मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा भारी उत्पात मचाये जाने के आरोप में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में हुई शर्मनाक और सुरक्षा घेरे को तोड़कर जबरिया मंदिर में घुसने की घटना से मंदिर परिसर में भारी अफरा-तफरी मची। लोग सहमे रहे। आम दर्शकों को दर्शन के लिए भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
श्रावण मास रक्षाबंधन पर समाप्त होता है। मास समापन के ठीक एक दिन पहले 10 अगस्त को भारतीय जनता युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या महाकाल मंदिर उज्जैन में दर्शन के लिये पहुंचे थे। सूर्या के साथ पहुंचे अन्य मेहमानों और स्थानीय नेताओं को वीआईपी दर्शन के लिये ले जाया गया।
सूर्या गर्भगृह में पहुंचकर जब दर्शन कर रहे थे तब मोर्चा के बहुतेरे स्थानीय पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनसे मिलने की नीयत से मंदिर पहुंचे हुए थे। सावन के चलते मंदिर में भारी भीड़ थी। सुरक्षा अमले ने इन्हें रोका और विधि अनुसार दर्शन का आग्रह किया तो ये नाराज हो गये।
खींचतान के बीच भारतीय जनता युवा मोर्चा की टोली बेकाबू हो गई। बैरिकेड को गिराते हुए और उसे लांघकर अनेक कार्यकर्ता नंदी हॉल की ओर लपके। जबकि कई कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा कर्मियों और मंदिर प्रबंधन के कर्मचारियों को धक्का देते हुए बलपूर्वक मंदिर में प्रवेश कर लिया।
नंदी हॉल में अचानक ‘बेकाबू भीड़’ के पहुंचने से अफरा-तफरी मच गई। आम दर्शनार्थी कुछ समझ नहीं पाये। गनीमत रही कि मंदिर परिसर के भीतर भगदड़ नहीं मची। हंगामे की वजह से दर्शनों में बाधा आयी। आम दर्शनार्थी बुरी तरह परेशान हुए। दर्शनों के लिए लंबा इंतजार उन्हें करना पड़ा।
घटना पूर्वान्ह में हुई। मामला सत्तारूढ़ दल के अनुषांगिक संगठन भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष के मंदिर दर्शन से जुड़ा होने की वजह से प्रशासन की सांसें फूली रहीं। घटनाक्रम कल ही सामने आ गया था। लेकिन प्रशासन के ज़िम्मेदार अधिकारी और पुलिस अफसर मीडिया से इस बारे में बातचीत करने को राजी नहीं हुए। मीडिया से बातचीत के लिये अधिकृत अफसरों ने भी अपने फोन स्विच्ड ऑफ़ कर लिये। जिनके फोन खुले हुए थे, उन्होंने बार-बार संपर्क करने भी मीडिया वालों के फोन रिसीव नहीं किये।
उज्जैन कलेक्टर ने दी एफआईआर की जानकारी
उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मंदिर प्रबंधन ने नियम-क़ायदों का पालन नहीं करने और नियमों का उल्लंघन करने की एक लिखित शिकायत प्रशासन से की है। प्रमाण के तौर पर वीडियो फुटेज भी उपलब्ध कराए हैं। फुटेज को देखा गया है। इसमें कुछ लोग जबरन मंदिर में घुसते दिखलाई पड़ रहे हैं, सुरक्षा कर्मियों और मंदिर प्रबंधन के लोगों से बदसुलूकी कर रहे हैं।
कलेक्टर ने आगे बताया, ‘मंदिर प्रबंधन के शिकायती आवेदन और वीडियो फुटेज देखने के बाद दो लोगों के खिलाफ नामजद तथा अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में एफआईआर की गई है। वीडियो रिकॉर्डिंग को बारीकी से देखने के बाद उत्पात में शामिल अन्य लोगों की पहचान करते हुए उनके खिलाफ भी नामजद प्रकरण दर्ज किये जायेंगे। सभी के खिलाफ क़ानून के तहत कार्रवाई होगी।
सवालों के जवाब में कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, ‘पूरा घटनाक्रम बेहद दुःखद है। मंदिर दर्शन के दौरान आगे ऐसी घटनाएँ नहीं हों, इसके लिये प्रशासन आवश्यक क़दम उठायेगा।’
अपनी राय बतायें