देश भर में कोरोना वायरस के कहर के बीच मध्य प्रदेश के इंदौर से एक अच्छी ख़बर आयी है। जानलेवा वायरस कोरोना के तेज गति से फैल रहे संक्रमण के बीच इंदौर में 17 मरीज ठीक भी हुए हैं। अगले एक-दो दिन में इन्हें अस्पताल से छुट्टी दिये जाने के संकेत हैं। इस बात की जानकारी कलेक्टर मनीष सिंह ने मीडिया को दी है। उन्होंने स्वीकारा है कि रोगी बढ़ रहे हैं, लेकिन लोग ठीक भी हो रहे हैं।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कलेक्टर ने कहा कि अब तक कोरोना वायरस से पीड़ित जिन सात रोगियों की इंदौर में मौत हुई हैं, उनमें अधिकांश वे हैं जो समय पर उपचार के लिए अस्पताल नहीं आये और कुछ लोग अन्य बीमारियों से पीड़ित थे।
कलेक्टर ने लोगों से अपील की, ‘कोरोना के लक्षण होने पर समय रहते अस्पताल आयें। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग का अमला भी मौक़े पर जांच के लिए जा रहा है। चूंकि लोग अपने स्तर पर सर्दी-जुकाम और बुखार का उपचार कर रहे हैं और कई लोग रोग को छिपा रहे हैं, इसलिये भी परेशानियां बढ़ रही हैं।’
दूसरी ओर, इंदौर में कोरोना वायरस से पीड़ित दो लोगों की शनिवार सुबह मौत भी हुई है जबकि तीसरी मौत छिंदवाड़ा में दर्ज की गई है। किशनलाल (36 वर्ष) इंदौर में वाणिज्यिक कर विभाग में कार्यरत थे और लाॅकडाउन के दौरान अपने गृह जिले छिंदवाड़ा पहुंचे थे। वहीं, उनमें कोरोना के लक्षण मिले थे और अस्पताल में उनकी मौत हो गई। किशनलाल के पिता रामलाल (56 वर्ष) भी कोरोना पाॅजिटिव हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। मध्य प्रदेश में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुरैना में 10 नये मामले
ग्वालियर से लगे मुरैना जिले में कोरोना पाॅजिटिव 10 लोग मिले हैं। मुरैना में इनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। ये सभी एक ही परिवार के हैं। परिवार के कुछ लोग दुबई से लौटे थे। सुखद बात यह भी है कि इसी परिवार के 17 सदस्य जांच के बाद कोरोना निगेटिव भी मिले हैं। प्रदेश में कोरोना पाॅजिटिव लोगों का कुल ताज़ा आंकड़ा अब 154 पर पहुंच गया है। इंदौर में सबसे ज्यादा 112 रोगी हैं।
पत्रकार, उनकी बेटी डिस्चार्ज
इंदौर के अलावा भोपाल में भी कोरोना संक्रमित दो रोगी ठीक हुए हैं। भोपाल के एक वरिष्ठ पत्रकार और उनकी बेटी के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद हड़कंप मच गया था। पत्रकार की बेटी
लंदन से लौटीं थीं। दोनों एम्स भोपाल में भर्ती थे। अस्पताल में दो बार टेस्ट निगेटिव आने पर दोनों को डिस्चार्ज कर दिया गया है। इससे पत्रकार बिरादरी और अफसरों में राहत है। क्योंकि यह पत्रकार 20 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए थे और अगले ही दिन उनकी बेटी कोरोना पाॅजिटिव मिली थीं। इसके दो दिन बाद पत्रकार भी कोरोना पाॅजिटिव मिले थे।
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