मध्य प्रदेश में तेजी से फैल रहे जानलेवा कोरोना वायरस ने अब स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव और संचालक को भी अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोना से निपटने में जुटे स्वास्थ्य विभाग के एक अन्य संचालक (प्रशासन) और सीनियर आईएएस अफ़सर जे. विजय कुमार के भी एक दिन पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित होने की ख़बर आई थी।
अब दो नये अधिकारियों के पाॅजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य महक़मे समेत मध्य प्रदेश की नौकरशाही में हड़कंप मच गया है। खबर है कि वे एक दर्जन आला अफ़सर क्वरेंटीन हो गये हैं जो कोरोना वायरस के संक्रमण से जुड़ी सरकारी बैठकों में नियमित रूप से शामिल हो रहे थे।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल कोरोना पॉजिटिव पायी गई हैं। इसी तरह स्वास्थ्य महक़मे की संचालक डाॅक्टर वीणा सिन्हा के भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो गई है। भोपाल में शनिवार को इन दो अधिकारियों के साथ कोरोना के 8 नये पाॅजिटिव मामले सामने आये हैं। इनमें तीन लोग तब्लीग़ी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौटे थे।
आला अफ़सरों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद ना केवल स्वास्थ्य महक़मे में बवाल मचा हुआ है, बल्कि आईएएस अफ़सरों की एक पूरी बिरादरी दहशत में है। ये अफ़सर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस से जुड़ी बैठकों में हिस्सा ले रहे थे।
इस बीच यह भी ख़बर है कि अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और अपर सचिव स्तर के एक दर्जन से भी ज्यादा अफ़सरों ने स्वयं को क्वरेंटीन कर लिया है। यह भी सूचना है कि फिलहाल प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) का काम प्रमुख सचिव राजेश राजौरा को करने को कहा गया है।
इधर, भोपाल में शनिवार को मिले नये संक्रमितों में आलू-प्याज के थोक विक्रेता अब्दुल गफ्फार भी शामिल हैं। वह भोपाल की करोंद थोक मंडी में लगातार काम कर रहे थे, लिहाजा मंडी में उनके संपर्क में आने वाले लोगों में भी खासा हड़कंप है। करोंद मंडी को फिलहाल दो दिनों के लिए बंद किए जाने की सूचना है। स्वास्थ्य महक़मे की टीमें पता लगा रही हैं कि अब्दुल गफ्फार किन-किन लोगों के संपर्क में आये हैं।
सीएम-सीएस भी बरत रहे एहतियात
स्वास्थ्य विभाग के अफ़सरों के कोरोना पाॅजिटिव मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्य सचिव इकबाल सिंह बेंस भी सतर्क हो गये हैं। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं। मुख्यमंत्री ने फिलहाल स्वयं को क्वरेंटीन तो नहीं किया है, लेकिन उनके द्वारा स्वयं और परिजनों की जांच कराये जाने की सूचनाएं मिली हैं।
मुख्य सचिव बेंस शनिवार को कार्यालय तो पहुंचे लेकिन वे अपने मातहतों से दूरी बनाकर काम करते रहे। ख़बर है कि मुख्य सचिव ने ऑनलाइन समीक्षा बैठकें कीं। इन्हीं माध्यमों से वह अपने मातहतों को जरूरी निर्देश भी देते रहे।
मप्र में दोहरा संकट!
देश के अन्य ज्यादा प्रभावित सूबों की तरह मध्य प्रदेश में भी कोरोना पाॅजिटिव रोगी तेजी से बढ़ रहे हैं। सूबे का इंदौर शहर सबसे ज्यादा प्रभावित है। ऐसे में स्वास्थ्य महक़मे के अधिकारियों पर ही कोरोना के कहर ने सरकार का संकट बढ़ा दिया है।
इस बीच, राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 179 तक पहुंच गया है। इंदौर में शनिवार शाम तक कोरोना पाॅजिटिव रोगियों की संख्या 128 हो चुकी थी। आठ नये रोगी मिलने के बाद भोपाल में 15 लोग कोरोना पाॅजिटिव हो गये हैं। कोरोना से प्रदेश में अब तक कुल 11 मौतें हो चुकी हैं। इंदौर से शनिवार दोपहर को एक सुखद ख़बर यह आयी थी कि 17 संक्रमित ठीक हो गये हैं।
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