इस बार लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने उम्रदराज नेताओं को चुनाव लड़ने के लिये पार्टी का टिकट नहीं दिया तो सवाल उठा कि क्या यह सब उम्र के फ़ॉर्मूले के तहत किया गया या फिर किसी और मक़सद से। इस सवाल का जवाब अभी तक पार्टी स्पष्ट तौर पर दे नहीं पाई है। लेकिन पार्टी के इस फ़ैसले को पार्टी के ही बुजुर्ग नेता पचा नहीं पा रहे हैं। पार्टी के इस बर्ताव पर उनके आँसू थम नहीं रहे हैं।