अमेठी में स्मृति ईरानी से हारने के बाद लोकसभा चुनावों में जितनी फजीहत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की हुई है, उतनी ही फजीहत चुनाव नतीजे आने के बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की भी हुई है। लोकसभा की सात सीटों में से अगर चार पर किसी पार्टी की जमानत जब्त हो जाए और पाँच सीटों पर पार्टी तीसरे नंबर पर रहे तो फिर उस पार्टी का भविष्य निश्चित रूप से बहुत अच्छा तो नहीं ही कहा जा सकता। ख़ासतौर पर यह देखते हुए कि जब वह पार्टी सिर्फ़ साढ़े चार साल पहले दिल्ली में 54 फ़ीसदी से ज़्यादा वोट लेकर 70 में से 67 सीटें जीतने के दावे पर अब तक इतराती रही हो।
‘आप’ के वजूद को बचाने की चुनौती है केजरीवाल के सामने
- चुनाव 2019
- |
- |
- 24 May, 2019

लोकसभा चुनाव में दिल्ली में मिली करारी हार के बाद अरविंद केजरीवाल के सामने सबसे बड़ी चुनौती आम आदमी पार्टी का वजूद बचाकर रखने की है।