लोकसभा चुनाव का आख़िरी चरण का मतदान होना अभी बाक़ी है, लेकिन दक्षिण में केंद्र की नयी सरकार को लेकर सरगर्मी तेज़ हो गयी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की कोशिश है कि एक ग़ैर बीजेपी और ग़ैर कांग्रेस वाला तीसरा मोर्चा बनाया जाए। केसीआर जैसे दक्षिण के कई नेता यह मानते हैं कि इस बार लोकसभा त्रिशंकु होगी और न ही एनडीए और न ही यूपीए को बहुमत मिलेगा। ऐसी स्थिति में एक नये मोर्चे/गठबंधन के अस्तित्व में आने और फिर सत्ता संभालने की संभावना बनती है। कई नेताओं को लगता है कि देश में एक बार फिर 1996 वाली स्थिति बनेगी।
क्या दक्षिण तय करेगा भारत का अगला प्रधानमंत्री?
- चुनाव 2019
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- 14 May, 2019

त्रिशंकु लोकसभा की स्थिति में दक्षिण का कोई भी नेता देश का प्रधानमंत्री हो सकता है, अगर न भी हुआ तो केसीआर, जगन मोहन रेड्डी, स्टालिन, देवेगौड़ा किंगमेकर ज़रूर बनेंगे।