हाल में शहरों, सड़कों जैसी चीजों का नाम बदलने का जो चलन उत्तर भारत के बीजेपी शासित प्रदेशों में शुरू हुआ, लगता है कि वह अब दक्षिण भारत में भी पहुँच गया है। कर्नाटक के एक मंदिर में शाम में होने वाली आरती का नाम बदलने की सिफारिश की गई है। यह सिफारिश इसलिए की गई क्योंकि कुछ लोगों ने सदियों पहले से चली आ रही आरती के उस नाम को लेकर आपत्ति की थी। कहा जाता है कि उस आरती के नाम से टीपू सुल्तान का कुछ जुड़ाव था।