हाल में शहरों, सड़कों जैसी चीजों का नाम बदलने का जो चलन उत्तर भारत के बीजेपी शासित प्रदेशों में शुरू हुआ, लगता है कि वह अब दक्षिण भारत में भी पहुँच गया है। कर्नाटक के एक मंदिर में शाम में होने वाली आरती का नाम बदलने की सिफारिश की गई है। यह सिफारिश इसलिए की गई क्योंकि कुछ लोगों ने सदियों पहले से चली आ रही आरती के उस नाम को लेकर आपत्ति की थी। कहा जाता है कि उस आरती के नाम से टीपू सुल्तान का कुछ जुड़ाव था।
कर्नाटक: मंदिर में 'सलाम' की जगह 'संध्या' आरती की सिफ़ारिश क्यों?
- कर्नाटक
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- 11 Dec, 2022
कर्नाटक के एक प्रसिद्ध मंदिर में आख़िर शाम सात बजे होने वाली एक पूजा-आरती के नाम 'सलाम' पर क्यों आपत्ति है और इसको अब क्यों बदला जा रहा है? जानिए, पूरा मामला।

यह मामला कर्नाटक के मंड्या में मेलुकोटे चेलुवनारायण स्वामी मंदिर का है। एक रिपोर्ट के अनुसार कई हिंदू संगठनों के विरोध के बाद जिला प्रशासन ने मेलुकोटे चेलुवनारायण स्वामी मंदिर की 'सलाम आरती' का नाम 'संध्या आरती' करने की सिफारिश की है। सलाम आरती को सदियों से 'देवतीगे सलाम' प्रथा के तौर पर जाना जाता रहा है।