मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कन्नड़ राज्योत्सव समारोह के अवसर पर कहा कि कर्नाटक सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य में बनने वाले उत्पादों पर कन्नड़ भाषा में लेबलिंग हो। यानी उन पर कन्नड़ में लिखा हो। मुख्यमंत्री ने कहा- “कर्नाटक में निजी और सरकारी क्षेत्र में जो सामान और उत्पाद बनाए जा रहे हैं, उनकी पैकेजिंग पर वर्तमान में सिर्फ अंग्रेजी भाषा लिखी होती है। लेकिन पैकेजिंग पर कन्नड़ में भी उत्पादों के नाम होने चाहिए और हम इस लक्ष्य की दिशा में प्रयास करेंगे।”
कर्नाटकः सरकार के दो बड़े फैसले- कन्नड़ पर जोर, वक्फ की जमीन से बेदखली नहीं
- कर्नाटक
- |
- सत्य ब्यूरो
- |
- 2 Nov, 2024
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने दो खास फैसले लिए हैं, जिनका राजनीतिक मकसद साफ है। ये फैसले ऐसे समय लिए गए हैं जब भाजपा एक एक चुनाव, एक भाषा, कोई जाति नहीं जैसे मुद्दे उठा रही है। साथ ही वो आरएसएस के नारे बंटेंगे तो कटेंगे को भी आगे बढ़ा रही है। ऐसे में क्षेत्रीय पहचान यानी कन्नड़ को बढ़ावा और वक्फ बोर्ड जैसे राष्ट्रीय मद्दे पर कांग्रेस ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा- “हम कर्नाटक में कन्नड़ के लिए माहौल बनाएंगे जहां लोग भाषा सीखेंगे और रोजमर्रा की जिन्दगी में इसका इस्तेमाल करेंगे। यह वह सम्मान होगा जो हम किसी भाषा को देते हैं। ऐसा माहौल बनाना है जहां गैर-कन्नड़ भाषी कन्नड़ सीखें, कन्नड़ भाषा के विकास के लिए आवश्यक है।''