कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने दो खास फैसले लिए हैं, जिनका राजनीतिक मकसद साफ है। ये फैसले ऐसे समय लिए गए हैं जब भाजपा एक एक चुनाव, एक भाषा, कोई जाति नहीं जैसे मुद्दे उठा रही है। साथ ही वो आरएसएस के नारे बंटेंगे तो कटेंगे को भी आगे बढ़ा रही है। ऐसे में क्षेत्रीय पहचान यानी कन्नड़ को बढ़ावा और वक्फ बोर्ड जैसे राष्ट्रीय मद्दे पर कांग्रेस ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं।