अच्छी बात है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पेन के समानपदधारी के साथ संयुक्त रूप से बड़ोदरा (गुजरात) में देश की पहली निजी क्षेत्र की (टाटा के साथ) मिलिट्री ट्रांसपोर्ट वायुयान बनाने की “फैसिलिटी” का उद्घाटन किया. हर बार की तरह मोदी ने इस घटना को भी देश के विकास में लंबी छलांग बताया. यह अलग बात है कि साढ़े दस साल के छलांगों को मिलाकर देखा जाये तो भारत ने बजरंगबली की मानिंद समुद्र पार कर लंका में हीं नहीं अटलांटिक पार कर अमेरिका में प्रवेश कर लिया होगा.
विकास के पापा...दूसरों के तकनीकी ज्ञान के सहारे कब तक
- विश्लेषण
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- 2 Nov, 2024
भारत में विकास की रफ्तार इतनी तेज है कि अगर देश में हवाई जहाज के कलपुर्जों को सिर्फ असेम्बल यानी जोड़ा जा रहा है तो उसे पीएम मोदी विकास की लंबी छलांग बता देते हैं। देश का मीडिया जनता को सच बताने को तैयार नहीं है। मोदी ने गुजरात में टाटा के जिस प्लांट की नींव रखी है, वहां सैन्य विमान बनाये जाएंगे। लेकिन दरअसल वहां असेम्बल होंगे। फिर भी अगर कोई इसे विकास मान रहा है तो यह उसकी मर्जी है। तकनीकी रूप से यह विकास नहीं है।
