केंद्र सरकार की जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने हाल ही में उनके निजी सचिव के घरेलू सहायक के घर से 35 करोड़ रुपये बरामद करने का दावा किया था। इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया गया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं का आरोप है कि ईडी आलमगीर आलम पर हेमंत सोरेन के खिलाफ बयान देने का दबाव बना रही थी। उनके ना मानने पर आलमगीर आलम के खिलाफ साजिश की जा रही थी।
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए रांची स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने के लिए बुलाया था।
मनी लॉन्ड्रिंग की जांच राज्य के ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं से संबंधित है। आलमगीर के पास यह विभाग है। संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम को ईडी ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था। ईडी ने दावा किया था कि उनके पास से ₹35.23 करोड़ जब्त किए गए हैं। उसके एक दिन बाद अब मंत्री पर सीधे कार्रवाई की गई है।
मंत्री आलमगीर आलम ने छापों के बाद कहा था कि “चुनाव चल रहे हैं। ईडी इस मामले की जांच कर रही है। विभाग के मंत्री होने के नाते वे मुझसे पूछताछ कर सकते हैं। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता. लोग सब कुछ समझ रहे हैं।”
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