लंबे वक़्त तक सियासी ख़ालीपन से गुज़रे जम्मू कश्मीर में क्या अब राजनीतिक प्रक्रिया शुरू हो गई है? यह सवाल इसलिए कि नेशनल कॉन्फ़्रेंस के प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के कई नेताओं से गुरुवार को मुलाक़ात की है। वह आज भी अपने दल के कुछ अन्य नेताओं से मिल रहे हैं और उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही राज्य में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों की सर्वदलीय बैठक भी बुलाएँगे। पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में बाँटकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने और तब से नेताओं को हिरासत में रखे जाने बाद यह पहली बार है कि मुख्यधारा की इस पार्टी के नेताओं की बैठक हुई है। तो क्या ये ताज़ा गतिविधियाँ राजनीतिक प्रक्रिया के लिए 'जादुई छड़ी' है जो सब ठीक कर देगी?