लद्दाख के पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने शनिवार को अपना पशमीना मार्च वापस लेने की घोषणा की। मशमीना मार्च रविवार 7 अप्रैल को प्रस्तावित था। वांगचुक ने फैसले की वजह "संभावित हिंसा का खतरा" बताई। क्योंकि सरकार ने शनिवार को लद्दाख में इंटरनेट बंद कर दिया और धारा 144 लागू कर दी। हालांकि सोनम वांगचुक ने शांतिपूर्ण मार्च की घोषणा की थी। लेकिन धारा 144 लागू करने के बाद सरकार ने हर तरह के आंदोलन पर रोक लगा दी। सोनम वांगचुक ने टकराव के मद्देनजर अपना आह्वान वापस ले लिया।
सरकार के दबाव पर पशमीना मार्च वापस लिया गया
- जम्मू-कश्मीर
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- 6 Apr, 2024
लद्दाख में रविवार 7 अप्रैल को पशमीना मार्च का ऐलान वापस ले लिया गया है। यह आंदोलन लद्दाख के पर्यावरण और वहां के लोगों की आजीविका को लेकर था। लेकिन सरकार इस आंदोलन को कुचलने पर आमादा थी। इस आंदोलन का आह्वान पर्यावरणवादी सोनम वांगचुक ने किया था। लेकिन मार्च शुरू होने से पहले लद्दाख में इंटरनेट डाउन कर दिया गया और धारा 144 लागू कर दी गई।
