आतंकवादी संगठन से जुड़े होने, उसके लिए काम करने और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 11 साल तक जेल काटने के बाद बशीर अहमद बावा को निर्दोष क़रार दिया गया और रिहा कर दिया गया।