राष्ट्रीय जाँच एजेन्सी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर में कई इलाक़ों पर छापे मारे हैं। आतंकवादी गुटों को पैसे मुहैया कराने के एक मामले की जाँच के तहत यह छापामारी की जा रही है।
आतंकवादी संगठन से जुड़े होने, उनके लिए काम करने और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 11 साल तक जेल काटने के बाद बशीर अहमद को निर्दोष क़रार दिया गया और रिहा कर दिया गया।
क्या पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुटों के साथ दविंदर सिंह की साँठगाँठ बहुत पहले से चली आ रही है? दो आतंकवादियों के साथ दविंदर सिंह की गिरफ़्तारी के बाद यह सवाल उठ खड़ा हुआ है।