यदि चुनाव में उम्मीदवारों को चुनाव-प्रचार करने की छूट नहीं हो तो वह कैसा चुनाव होगा? यही सवाल जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री पूछ रहे हैं। उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती भी। दूसरे कई नेता भी। सवाल क्या पूछ रहे हैं सीधे-सीधे चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी करने का बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं।
कश्मीर डीडीसी चुनाव: प्रत्याशियों के प्रचार पर पाबंदी?
- जम्मू-कश्मीर
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- 19 Nov, 2020
डीडीसी चुनाव के लिए घाटी में नामाँकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों को तुरंत ही पुलिस की निगरानी में ले जाया जा रहा है और वहीं रखा जा रहा है। आरोप है कि उन्हें वहाँ से निकलने नहीं दिया जा रहा है।

दरअसल, यह मामला जुड़ा है जम्मू-कश्मीर में डिस्ट्रिक्ट डवलपमेंट काउंसिल यानी डीडीसी के चुनाव का। चुनाव में अब सिर्फ़ गिनती के कुछ दिन रह गए हैं। लेकिन आरोप लगाए जा रहे हैं कि घाटी में इस चुनाव के लिए नामाँकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों को तुरंत ही पुलिस की निगरानी में ले जाया जा रहा है और वहीं रखा जा रहा है। आरोप है कि उन्हें वहाँ से निकलने नहीं दिया जा रहा है। इसी को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं कि जो बीजेपी के उम्मीदवार नहीं हैं उन्हें चुनाव प्रचार नहीं करने दिया जा रहा है। हालाँकि रिपोर्टों में प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।