जम्मू और कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास हुए विस्फोट में सेना के एक मेजर शहीद हो गए हैं। बताया जा रहा है कि शहीद मेजर आतंकियों द्वारा बिछाए गए आईईडी बम को निष्क्रिय करने की कोशिश कर रहे थे। इस बम को राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के 1.5 किमी अंदर बिछाया गया था। 14 फ़रवरी को ही पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देश भर में मातम है। हर तरफ़ शोक का माहौल है। इस हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे।
आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के एक आतंकी आदिल अहमद डार ने इस आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। डार ने विस्फ़ोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी थी।
आतंकी आदिल अहमद डार की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले के तौर पर हुई। आदिल 2018 में जैश-ए-मुहम्मद में शामिल हुआ था। पुलवामा हमले के बाद जैश-ए-मुहम्मद ने आदिल डार का एक वीडियो जारी किया था। वीडियो को देखकर लगता है कि हमले से पहले उसका ब्रेनवॉश किया गया था। डार ने इस वीडियो में दावा किया था कि उसे इस हमले की जिम्मेदारी दी गई थी।
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