जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की सिफ़ारिश किए जाने के बाद पीडीपी नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन क़रार दिया है। रविवार देर रात राज्य के सभी बड़े नेताओं के साथ घर में नज़रबंद की गई महबूबा ने एक के बाद एक इस पर कई ट्वीट किए और लिखा कि इससे जम्मू-कश्मीर के लोगों में अलगाव की भावना और ज़्यादा बढ़ेगी।
जम्मू-कश्मीर के लोगों में अलगाव की भावना बढ़ेगी: महबूबा
- जम्मू-कश्मीर
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- सत्य ब्यूरो
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- 5 Aug, 2019
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की सिफ़ारिश किए जाने के बाद पीडीपी नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन क़रार दिया है।

बता दें कि राज्यसभा में भारी शोर-शराबे के बीच सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की सिफ़ारिश की है। इसके साथ ही गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों को अब केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है, हालाँकि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा बरक़रार रहेगी। संसद में विपक्षी दलों ने इसका ज़ोरदार विरोध किया। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू है। इससे पहले की महबूबा सरकार ही राज्य में सत्ता में थी और बीजेपी इसमें सहयोगी दल की भूमिका में थी।
Today marks the darkest day in Indian democracy. Decision of J&K leadership to reject 2 nation theory in 1947 & align with India has backfired. Unilateral decision of GOI to scrap Article 370 is illegal & unconstitutional which will make India an occupational force in J&K.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019