अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद से जम्मू-कश्मीर में लगाई गई पाबंदी और डेढ़ महीने बाद भी हालात बदतर रहने पर क़रीब 500 शिक्षाविदों और वैज्ञानिकों ने गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने बयान जारी कर संचार माध्यमों पर पाबंदी, विपक्षी नेताओं और विरोध करने वालों की हिरासत, भारी तादाद में सुरक्षा बलों को तैनाती और कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन का विरोध किया है।
370- नेताओं की हिरासत, संचार रोकना अलोकतांत्रिक: 500 शिक्षाविद
- जम्मू-कश्मीर
- |
- |
- 22 Sep, 2019
अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद से जम्मू-कश्मीर में लगाई गई पाबंदी और डेढ़ महीने बाद भी हालात बदतर रहने पर क़रीब 500 शिक्षाविदों और वैज्ञानिकों ने गंभीर चिंता जताई है।

बयान जारी करने वाले ये शिक्षाविद और वैज्ञानिक भारतीय हैं जो दुनिया भर के अलग-अलग विश्वविद्यालयों और संस्थाओं में शैक्षणिक कार्य में लगे हुए हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि सरकार की यह ज़िम्मेदारी है कि वह देश के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा और कल्याण सुनिश्चित करे।