रिजर्व बैंक का कहना है - ऑल इज वेल। आरबीएल बैंक के नए मुखिया अंतरिम सीईओ राजीव आहूजा का भी कहना है -ऑल इज वेल। लेकिन इन दोनों के जगाए भी भरोसा क्यों नहीं जग रहा है? कुछ तो पर्देदारी है। आखिर आरबीएल बैंक में हुआ क्या है कि कई सालों से निवेशकों की आंख का तारा रहा यह बैंक अचानक यस बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक की कतार में खड़ा हुआ नज़र आ रहा है।