ख़बर सिर्फ इतनी है कि भारतीय रेल 151 रेलगाड़ियों का परिचालन निजी क्षेत्र के हवाले करने जा रहा है। अब इसके आगे का मामला व्याख्या का है। क्या इसे रेलवे का निजीकरण कहा जा सकता है? खुद रेलमंत्री ऐसा नहीं मानते।
निजीकरण नहीं?
चार महीने पहले जब नीति आयोग ने इसकी सिफ़ारिश की थी तो रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि रेलवे का निजीकरण नहीं होने जा रहा है, बस उसकी कुछ सेवाओं को निजी क्षेत्र को ‘आउटसोर्स’ किया जाएगा। निजीकरण नहीं होने जा रहा है, इस बात को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दोहरा चुके हैं।