इस बजट में वित्तमंत्री ने कई हाथों को कुछ न कुछ बड़ी-छोटी सौगात थमाने की कोशिश की है। हालाँकि, सरकार की घोषित नीति के तहत रेवड़ियाँ बाँटने से परहेज साफ़ दिखता है। लेकिन बहुत बड़े उद्योगपतियों और क़ारोबारियों से लेकर गाँव, गरीब और महिलाओं तक को कुछ ऐसा देने की कोशिश भी साथ दिखती है जिससे उनका और देश का भविष्य कुछ सुरक्षित और मज़बूत हो सके। कई साल से मध्यवर्ग की शिकायत थी कि उसे कुछ नहीं मिलता, तो इस बार टैक्स छूट की शक्ल में उन्हें भी खुश करने की कोशिश की गई है।