अडानी समूह की कंपनियों के शेयर शुक्रवार को फिर गिरे। हालाँकि कुछ कंपनियों की स्थिति सुधरी भी। गुरुवार को तो पूरे समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। जबकि उससे पहले कुछ दिनों तक अडानी के सभी शेयरों की क़ीमतें सुधरती दिख रही थीं। तो सवाल है कि गुरुवार को आख़िर ऐसा क्या हो गया था? दरअसल, गुरुवार को एमएससीआई यानी मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल की रिपोर्ट आई थी। उसने कहा था कि वह अडानी समूह की कुछ कंपनियों के शेयरों के फ्री-फ्लोट की स्थिति की समीक्षा करेगा और उन्हें सूचकांक में रहने देने को लेकर भी विचार करेगा।
MSCI जैसी संस्थाओं की रिपोर्टों का अडानी समूह के शेयरों पर असर कैसे?
- अर्थतंत्र
- |
- 10 Feb, 2023
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों के भाव गिरने का सिलसिला रुकता दिख रहा है तो अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की रिपोर्टों के बाद स्थिति क्यों फिर ख़राब हो जा रही है?

तो सवाल है कि आख़िर एमएससीआई की समीक्षा करने से अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों पर असर क्यों पड़ रहा है? किसी भी अंतरराष्ट्रीय संस्था की रिपोर्ट से अडानी की कंपनियों पर असर क्यों पड़ रहा है?