क्या वित्त मंत्रालय इतना महत्वहीन विभाग है कि देश को पूरे समय के लिए एक अदद वित्त मंत्री की ज़रूरत नहीं है? यह सवाल उठना लाज़िमी इसलिए है कि रेल मंत्रालय और कोयला मंत्रालय का काम देख रहे पीयूष गोयल के कंधों पर वित्त मंत्रालय की ज़िम्मेदारी भी डाल दी गई है। गोयल अर्थशास्त्री नहीं है और न ही उन्हें वित्त मंत्रालय का कोई अनुभव है।