सीबीआई ने गुरुवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के एमडी वेणु गोपाल धूत के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज़ की है। यह एफ़आईआर वीडियोकॉन ग्रुप को आईसीआईसीआई बैंक से मिले 3,250 करोड़ रुपये के क़र्ज से जुड़े मामले में दर्ज़ की गई है।
CBI registered a case against Chanda Kochhar, the then MD & CEO of ICICI Bank,Deepak Kochhar,V N Dhoot, MD of Videocon group and others. It is alleged that accused sanctioned certain loans to private companies in a criminal conspiracy with other accused to cheat ICICI Bank pic.twitter.com/YX5qLqNLao
— ANI (@ANI) January 24, 2019
एफ़आईआर दर्ज़ करने से पहले सीबीआई ने वीडियोकॉन के मुंबई, औरंगाबाद स्थित दफ़्तरों में छापे मारे। सीबीआई ने नूपावर रिन्यूबल्स और सुप्रीम एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के मुंबई स्थित ऑफ़िस में भी छापेमारी की।
एफ़आईआर के मुताबिक़, चंदा कोचर व अन्य के ख़िलाफ़ आपराधिक साज़िश रचने, धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज़ किया गया है। चंदा कोचर पर आरोप है कि उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर आपराधिक साज़िश के तहत निजी कंपनियों को लोन दे दिया।
आरोप है कि धूत ने दीपक कोचर और दो उनके दो अन्य रिश्तेदारों की कंपनी को करोड़ों रुपये का लोन दिलाया। यह लोन वीडियोकॉन ग्रुप को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक की ओर से दिए गए 3250 करोड़ रुपये के लोन के 6 महीने बाद दिया गया था।
यह पैसा उस 40000 करोड़ रुपये का हिस्सा है, जिसे वीडियोकॉन ग्रुप ने एसबीआई के नेतृत्व वाले 20 बैंकों के एक समूह के साथ मिलकर लिया था। वीडियोकॉन के चेयरमैन धूत पर आरोप है कि उन्होंने 2010 में दीपक कोचर और उनके दो रिश्तेदारों द्वारा बनाई गई कंपनी एनआरपीएल को 64 करोड़ रुपये दिए थे।
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