सरकार लगातार दावे करती रही है कि देश की अर्थव्यवस्था में कोई ख़ास दिक्क़त नहीं है और देश मंदी में नहीं है, जबकि अब तक एक के बाद एक तमाम इन्डीकेटर बता रहे हैं कि देश ज़बरदस्त मंदी के दौर में दाखिल हो चुका है। ताज़ा आँकड़ों के मुताबिक़, अगस्त में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर शून्य से नीचे चली गई है। यह -1.1 प्रतिशत हो गई है।