लोकसभा चुनाव से पहले आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए बुरी ख़बर है। खुदरा महँगाई दर बढ़कर 4 महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गई है। फ़रवरी में खुदरा महँगाई दर जनवरी के 1.97 फ़ीसदी से बढ़कर 2.57 फ़ीसदी हो गई। इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ता है। इधर, देश की औद्योगिक उत्पादन दर जनवरी 2019 में पिछले वर्ष की समान अवधि के 7.5 फ़ीसदी से घटकर 1.7 फ़ीसदी हो गई है। यह बड़ी गिरावट हैं। ऐसी आर्थिक स्थिति पर विपक्ष सरकार को घेर सकता है।
मोदी सरकार को झटका, महँगाई बढ़ी, औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर घटी
- अर्थतंत्र
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- 13 Mar, 2019
लोकसभा चुनाव से पहले आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए बुरी ख़बर है। देश की औद्योगिक उत्पादन दर जनवरी 2019 में पिछले वर्ष की समान अवधि के 7.5 फ़ीसदी से घटकर 1.7 फ़ीसद हो गई है।

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के आधिकारिक आंकड़े में कहा गया है कि माह-दर-माह आधार पर भी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) की वृद्धि दर में गिरावट आयी है। इस बीच, सीएसओ ने दिसंबर, 2018 के आईआईपी आँकड़ों को ऊपर की ओर संशोधित कर 2.6 प्रतिशत कर दिया है। पहले इसके 2.4 प्रतिशत रहने का अनुमान था।