लोकसभा चुनाव से पहले आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए बुरी ख़बर है। खुदरा महँगाई दर बढ़कर 4 महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गई है। फ़रवरी में खुदरा महँगाई दर जनवरी के 1.97 फ़ीसदी से बढ़कर 2.57 फ़ीसदी हो गई। इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ता है। इधर, देश की औद्योगिक उत्पादन दर जनवरी 2019 में पिछले वर्ष की समान अवधि के 7.5 फ़ीसदी से घटकर 1.7 फ़ीसदी हो गई है। यह बड़ी गिरावट हैं। ऐसी आर्थिक स्थिति पर विपक्ष सरकार को घेर सकता है।