नेशनल मॉनीटाईजेशन पाइपलाइन से सबसे ज़्यादा पैसा भारतीय रेल से ही मिलेगा, लेकिन यह उसका चरित्र भी बदल देगा। क्या होगा भारतीय रेल का और क्या होगा इसकी रियायतों का, पढ़ें हरजिंदर को।

बहुत संभव है कि सरकार जो करने जा रही है उससे रेलवे की कुशलता और उसकी उत्पादकता बढ़ जाए, लेकिन इससे जिन गरीबों का आटा गीला होगा उनके बारे में भी कुछ सोचा गया है क्या?
भारतीय रेलवे इन दिनों फिर से चर्चा में है। नेशनल मॉनीटाईजेशन पाइपलाइन के लिए सरकार ने जो भारी भरकम योजना तैयार की है, उसमें बहुत बड़ा योगदान भारतीय रेलवे का होगा।
इस योजना से सरकार ने कुल छह लाख करोड़ रुपये की आमदनी का अनुमान लगाया है, जिसमें सिर्फ रेलवे से ही 1.52 लाख करोड़ रुपये आएंगे। इसके लिए कईं रेलवे स्टेशन, प्लेटफ़ार्म और यहाँ तक कि ट्रेन तक का पट्टा निजी क्षेत्र के हवाले करने की तैयारी है।