loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
57
एनडीए
23
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
226
एमवीए
53
अन्य
9

चुनाव में दिग्गज

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

पीछे

चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला

आगे

दो बैंक, बीमा कंपनी बेचेगी सरकार

केंद्र सरकार ने वित्तीय क्षेत्र में आर्थिक सुधार के अगले चरण के रूप में दो सरकारी बैंकों और एक सरकारी बीमा कंपनी के निजीकरण का फ़ैसला किया है। वह इसके अलावा आईडीबीआई बैंक के अपने पूरे शेयर बेच देगी। इसके लिए विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाएंगे।

निजीकरण की यह सरकारी मुहिम उस योजना का हिस्सा है, जिसके तहत नरेंद्र मोदी सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष में सरकारी उपक्रमों के अपने हिस्से  बेच कर 1.75 लाख करोड़ रुपए उगाहने का लक्ष्य तय कर रखा है। 

बैंकों का निजीकरण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल बजट पेश करते समय एलान किया था कि दो सरकारी बैंकों का निजीकरण कर दिया जाएगा, लेकिन उन्होंने उन बैंकों के नाम नहीं बताए थे। लेकिन यह बहुत जल्दी साफ हो जाएगा क्योंकि सरकार को इससे जुड़े विधेयक पेश करने होंगे और उनमें उन बैंकों के बारे में बताना होगा। 

ख़ास ख़बरें
सरकार ने इसी तरह एक बीमा कंपनी के निजीकरण की योजना बनाई है। समझा जाता है कि यह साधारण बीमा कंपनी होगी, शायद जनरल इंश्योरेंस आरई हो। 
आईडीबीआई बैंक तकनीकी रूप से निजी बैंक है, जिसमें केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 45.5 प्रतिशत है। लेकिन इसके साथ इसमें सरकारी कंपनी जीवन बीमा निगम के 49.24 प्रतिशत है। इस तरह इस बैंक में सरकार की हिस्सेदारी लगभग 95 प्रतिशत है।

वित्तीय सुधार

समझा जाता है कि सरकार इसमें अपना पूरा हिस्सा बेच देगी, इस पर कैबिनेट कमेटी का फ़ैसला हो चुका है। 

सरकार इसके जरिए बैंकिंग क्षेत्र में सुधार का दूसरा चरण शुरू करने जा रही है। पहले चरण के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अगस्त 2019 में एलान किया था कि अलग-अलग रूप से 10 बैंकों का विलय किया जाएगा और उसके बाद 4 नए बैंक बनेंगे। इसके बाद कुल मिला कर 12 सरकारी बैंक होंगे। याद दिला दें किसी समय देश में कुल 27 सरकारी बैंक थे। 

यह प्रक्रिया 1 अप्रैल 2020 को पूरी हो गई। 

  • इसके तहत पंजाब नेशनल बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स और युनाइटेड बैंक का विलय कर एक बैंक बनाया गया।
  • केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय कर एक बैंक बनाया गया। 
  • इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय कर दिया गया। 
  • यूनियन बैंक. कॉरपोरेशन बैंक और आंध्रा बैंक का विलय कर एक बैंक बनाया गया।

अब देश में देश में कुल 12 सरकारी बैंक ही हैं।

सरकार अब इनमें से दो बैंकों का निजीकर करने जा रही है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

अर्थतंत्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें