मौजूदा वित्तीय वर्ष की पिछली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि की दर 8.4 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछली यानी अप्रैल-जून की तिमाही की वृद्धि दर से काफी कम है। लेकिन यह संतोष की बात ज़रूर है कि लगातार चार तिमाहियों से जीडीपी विकास दर सकारात्मक है, यानी शून्य से ऊपर है।