मौजूदा वित्तीय वर्ष की पिछली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि की दर 8.4 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछली यानी अप्रैल-जून की तिमाही की वृद्धि दर से काफी कम है। लेकिन यह संतोष की बात ज़रूर है कि लगातार चार तिमाहियों से जीडीपी विकास दर सकारात्मक है, यानी शून्य से ऊपर है।
दूसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर पहले से कम क्यों?
- अर्थतंत्र
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- 30 Dec, 2021
मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर पहली तिमाही की तुलना में काफी कम है, आधी से भी नीचे। क्यों?

वित्तीय वर्ष 2021-22 में सितंबर-नवंबर के दौरान जीडीपी में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि दर देखी गई। लेकिन पिछली तिमाही यानी जुलाई-अगस्त की जीडीपी वृद्धि दर 20.1 प्रतिशत थी। इस हिसाब से जीडीपी दर बढ़ने के बजाय गिरी है।
पिछले साल की दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर शून्य से नीचे रही थी। इसकी वजह यह थी कि सभी सेक्टरों में विकास दर शून्य से नीचे थी।