खुदरा महंगाई जनवरी में फिर से बढ़ गई। यह तीन महीने के उच्च स्तर 6.52 प्रतिशत पर पहुँच गई है। यह दिसंबर महीने में एक साल के निचले स्तर 5.72 प्रतिशत पर आ गई थी। दिसंबर का यह आँकड़ा रिज़र्व बैंक द्वारा तय महंगाई की ऊपरी सीमा से कम था, लेकिन जनवरी में फिर से यह पार कर गया है।
खुदरा महंगाई फिर बढ़ी, तीन माह के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँची
- अर्थतंत्र
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- 13 Feb, 2023
कुछ महीने तक महंगाई दर गिरने के बाद फिर से यह तेज़ी से कैसे बढ़ने लगी? जानिए, यह किन वजहों से तीन महीने के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँची।

भारतीय रिजर्व बैंक ने मार्च 2026 को समाप्त होने वाली पाँच साल की अवधि के लिए खुदरा मुद्रास्फीति को 2 प्रतिशत के मार्जिन के साथ 4 प्रतिशत पर बनाए रखने का लक्ष्य रखा है। यानी सीधे कहें तो महंगाई को 2-6 फ़ीसदी के दायरे में रखने का लक्ष्य है। लेकिन यह लक्ष्य पाया जाता हुआ नहीं दिखता है। नवंबर और दिसंबर 2022 को छोड़ दिया जाए तो खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी 2022 से आरबीआई के 6 प्रतिशत की ऊपरी सीमा के पार बनी हुई है।