एक दिन पहले खुदरा महंगाई में मामूली कमी आने की ख़बर के बाद अब मंगलवार को थोक महंगाई की झटका देने वाली रिपोर्ट आई है। सरकारी आँकड़ों के अनुसार ही देश में मई महीने में थोक महंगाई रिकॉर्ड 15.88% पर पहुँच गई है। अप्रैल में यह 15.08% थी। यह लगातार 14वां महीना है जिसमें थोक महंगाई दोहरे अंक में बनी हुई है और लगातार बढ़ती जा रही है।
महंगाई की मार! मई में खुदरा मुद्रास्फीति रिकॉर्ड 15.88% पर
- अर्थतंत्र
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- 14 Jun, 2022
मई महीने में जब खुदरा महंगाई कुछ कम होती हुई दिखी तो थोक महंगाई क्यों बढ़ी? क्या थोक महंगाई बढ़ने का असर आख़िरकार खुदरा महंगाई पर नहीं पड़ेगा?

मई महीने में थोक महंगाई का आँकड़ा 2011-12 के आधार वर्ष के साथ मौजूदा डेटा श्रृंखला में उच्चतम स्तर पर है। पिछले साल मई में थोक मूल्य सूचकांक में मुद्रास्फीति यानी महंगाई 13.11% पर थी।