महंगाई तो बढ़ी है! भले ही कोई कहे कि नींबू नहीं खाता। चीनी के दाम बढ़ने पर यदि कोई कहे कि वह चीनी नहीं खाता है तो चाय तो पीता होगा! कटिंग चाय का दाम भी बढ़ गया। दिल्ली में 10 रुपये वाली चाय अब 12 की हो गई। दिल्ली में छोले-कुलचे 35 वाले 40 के हो गए। यदि इससे अहसास न हो तो हरी सब्जियाँ, खाने का तेल ही कोई ख़रीद कर देख ले। यदि ये क़ीमतें भी न जँचें तो सरकार की तकनीकी भाषा वाली मुद्रास्फीति यानी महंगाई दर ही देख लें। ख़ुदरा महंगाई मार्च में 16 माह के रिकॉर्ड 6.95 फ़ीसदी पर और थोक महंगाई 4 माह के रिकॉर्ड पर 14.55 फ़ीसदी हो चुकी है।