ऐसे समय जब सरकारी एजेन्सी सेंट्रल स्टैटिस्टिकल ऑफ़िस (सीएसओ) कह रहा हो कि जीडीपी वृद्धि दर 6 साल के न्यूनतम स्तर 4.5 प्रतिशत पर हो, कोई सांसद कहे कि जीडीपी का कोई मतलब नहीं है और यह जल्द ही बेकार हो जाएगा, तो आप क्या समझेंगे? और यदि वह सांसद सत्तारूढ़ दल का हो तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी?