अडानी समूह में निवेश करने वाली एक फ़र्म का मॉरीशस ने मई 2022 में लाइसेंस रद्द कर दिया था। उस फर्म पर वित्तीय लेनदेन और इसके लेखा जोखा को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उसका लाइसेंस रद्द किए जाने का मामला अडानी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के आठ महीने पहले आया था।