एक रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में तीसरी तिमाही में विकास दर का गिरना तय है। 11 अर्थशास्त्रियों के एक ईटी पोल के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि तीसरी तिमाही में औसतन 5.0% तक गिर गई होगी, जो इस वित्तीय वर्ष में सबसे कम होगी। उन्होंने पूर्वानुमान 4.3% से 5.2% तक लगाए थे। पिछले वित्त वर्ष में तीसरी तिमाही में जीडीपी 5.4 फ़ीसदी रही थी।
तीसरी तिमाही में विकास दर गिरकर 5% तक रह गई होगी: रिपोर्ट
- अर्थतंत्र
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- 22 Feb, 2023
दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की आशंकाओं के बीच भारत में जीडीपी वृद्धि दर गिरने के संकेत मिलने लगे हैं। जानिए तीसरी तिमाही को लेकर अब क्या आशंका जताई जा रही है।

बहरहाल, मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर की जीडीपी में विकास दर 6.3 फ़ीसदी रही। यह पिछली तिमाही से आधे से भी कम थी। अप्रैल-जून की तिमाही में अर्थव्यवस्था 13.5 फ़ीसदी की दर से बढ़ी थी। दूसरी तिमाही की वृद्धि दर की रफ़्तार कितनी धीमी रही इसका अंदाज़ा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले साल यानी 2021-22 की इसी तिमाही में जीडीपी में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।