एक रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में तीसरी तिमाही में विकास दर का गिरना तय है। 11 अर्थशास्त्रियों के एक ईटी पोल के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि तीसरी तिमाही में औसतन 5.0% तक गिर गई होगी, जो इस वित्तीय वर्ष में सबसे कम होगी। उन्होंने पूर्वानुमान 4.3% से 5.2% तक लगाए थे। पिछले वित्त वर्ष में तीसरी तिमाही में जीडीपी 5.4 फ़ीसदी रही थी।