पहले से ही कई गड़बड़ियों के आरोप झेल रहा अनिल अंबानी का रिलायंस समूह अब अपनी दो फ़र्मों के कोयला आयात की कथित गड़बड़ियों में फँसता दिख रहा है। आरोप है कि आयातित कोयले की क़ीमत को बढ़ाचढ़ाकर दिखाया गया, जिससे विदेश में पैसा भेजा जा सके और बिजली के लिए ऊँचा शुल्क वसूल किया जा सके। दरअसल, डाइरेक्टरेट ऑफ़ रेवेन्यु इंटेलिजेंस यानी डीआरआई ने केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) को रिलायंस एडीएजी की दो फर्मों, रिलायंस इन्फ़्रास्ट्रक्चर और रोजा पावर सप्लाई कंपनी की जाँच करने के लिए कहा है। यह 2010 से 2015 के बीच इंडोनेशिया से कोयला आयात पर वास्तविक क़ीमत से ज़्यादा बताने के मामले से जुड़ा है। इस पर ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने रिपोर्ट प्रकाशित की है। बता दें कि अनिल अंबानी की रिलायंस पहले से ही काफ़ी मुश्किल दौर से गुजर रही है और इस पर कांग्रेस रफ़ाल सौदे में गड़बड़ी करने का आरोप लगाती रही है। रिलायंस कम्युनिकेशंस भी दिवालिया होने के कगार पर पहुँच गया था, लेकिन मुकेश अंबानी ने फ़ौरी राहत दिला दी।