श्रीलंका में अडानी को एक प्रोजेक्ट मिलने को लेकर जो विवाद सामने आया, उसमें सीलोन (श्रीलंका) बिजली बोर्ड के चेयरमैन को इस्तीफा देना पड़ा। भारत में इस मुद्दे को विपक्ष ने नहीं उठाया। भारत में बीजेपी शासित केंद्र सरकार के कार्यकाल में दो ऐसे मामले सामने आए जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जरा याद कीजिए राफेल में क्या हुआ था। कथित करप्शन के इन दोनों मामलों पर विपक्ष को जो तेवर दिखाने चाहिए थे, वो नहीं दिखा सका।