2020 के जून महीने में जब भारत के लोग जबरदस्त कोरोना महामारी, गर्मी, महंगाई, बेरोजगारी का सामना कर रहे थे तो भारतीय अरबपति गौतम अडानी की एक बिल्कुल नई कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी सोलर पावर में दुनिया की सबसे बड़ी बोली में सबसे बड़ा टेंडर हासिल कर रही थी। उसने कई राज्यों में बिजली कंपनियों के जरिए समझौते शुरू किए लेकिन उसमें बहुत सारी समस्याएं थीं। अमेरिकी जांच अधिकारियों के अनुसार, स्थानीय बिजली कंपनियां सरकारी कंपनी द्वारा दी जा रही कीमतों का भुगतान नहीं करना चाहती थीं, जिससे सौदा खतरे में पड़ गया। सौदे को बचाने के लिए, अडानी ने कथित तौर पर स्थानीय अधिकारियों को बिजली खरीदने के लिए राजी करने के लिए रिश्वत देने का फैसला किया।
अडानी महारिश्वतखोरी केसः गौतम अडानी के कथित रिश्वत प्लान का भांडा कैसे फूटा
- अर्थतंत्र
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- 29 Mar, 2025
अमेरिकन मीडिया भारतीय अरबपति गौतम अडानी की कथित रिश्वत योजना के बारे में पूरी दुनिया को लगातार बता रहे हैं। अमेरिकन मीडिया ने 54 पेजों में उन डॉयलॉग का भी ब्यौरा दिया है जो रिश्वत देते समय अडानी समूह के अधिकारियों ने अपने पास रखे। अमरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने अपने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए उन डॉयलॉग को डिकोड किया। जानिए इस दिलचस्प कहानी को सिर्फ सत्य हिन्दी परः
