तब्लीग़ी जमात के मुखिया मौलाना साद के ख़िलाफ़ क़ानूनी शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। हर तीसरे-चौथे दिन दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से ऐसी ख़बर आती है। कई टीवी चैनल प्रमुखता से इस ख़बर को चलाते हैं। अगले दिन कई अख़बार इस ख़बर को पहले पेज पर बड़ी हेडलाइंस के साथ छापते हैं। लेकिन अफ़सोस की बात यह है कि इनमें से कोई टीवी चैनल और अख़बार यह सवाल नहीं पूछता कि अगर पुलिस को मौलाना साद के ख़िलाफ़ इतने सुबूत मिल गए हैं तो फिर वह उन्हें गिरफ़्तार क्यों नहीं करती?
मौलाना साद को गिरफ़्तार क्यों नहीं कर रही दिल्ली पुलिस?
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- 28 May, 2020

तब्लीग़ी जमात के मुखिया मौलाना साद के ख़िलाफ़ आए दिन क़ानूनी शिकंजा कसने की ख़बरें आती हैं लेकिन सवाल यह है कि दिल्ली पुलिस उन्हें गिरफ़्तार क्यों नहीं कर रही है?
सोमवार को जब देश में ईद मनाई जा रही थी, तब दोपहर बाद अचानक कई टीवी चैनलों पर ख़बर चली कि मौलाना साद पर क़ानूनी शिकंजा और कस गया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद के बड़े बेटे के बैंक के काग़ज़ात और ज़रूरी दस्तावेज़ ज़ब्त कर लिए हैं।