आख़िर राम जन्मभूमि-बाबरी मसजिद विवाद क्या था, जिसने पूरे देश की राजनीति को प्रभावित किया? यह जानना लाज़िमी है। क़ानून की भाषा में यह महज टाइटल सूट था, यानी ज़मीन के एक टुकड़े के स्वामित्व को लेकर विवाद थाऔर अदालत को यह फ़ैसला करना था कि इसका असली मालिक कौन है। लेकिन, इसे इससे बिल्कुल हट कर एक बहुत बड़ा विवाद बना दिया गया। यह भारत में दो सबसे बड़े समुदायों-हिन्दू और मुसलमान के बीच ध्रुवीकरण की मिसाल है। सदियों से साथ-साथ और मोटे तौर पर प्रेम से रहने वाले दो समुदाय ज़मीन के एक टुकड़े को लेकर इस तरह लड़ रहे हैं मानो यह मिल जाने से उनकी तमाम समस्याओं का समाधान हो जाएगा।