राम जन्मभूमि मंदिर परिसर की ज़मीनों, इमारतों, चबूतरों, दुकानों और जायदादों का अधिग्रहण करके केंद्र सरकार ने अयोध्या विवाद को बरसों से चल रही मुक़दमेबाज़ी से मुक्त करके राष्ट्रीय समाधान का विषय बना दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अयोध्या पर आये सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई और एक प्रस्ताव पारित किया गया।
कोर्ट के पास मौक़ा है कि वह आस्था बनाम दस्तावेज के बीच से एक को चुनकर ध्रुवीकरण का रास्ता खोले या क़ानून की एक ऐसी परिभाषा दे जिससे विज्ञान एवं धर्म के बीच समन्वय का मार्ग बने।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट शनिवार को फ़ैसला सुनायेगा। लंबे समय से चल रहे इस विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच सुबह साढ़े 10 बजे फैसला सुनाएगी।
तक़रीबन डेढ़ सौ साल पुराने विवाद ने पिछले 30-35 साल में भारतीय राजनीति को जितना प्रभावित किया है, उनता किसी दूसरे विवाद ने नहीं किया है। क्या है मामला?