गाँवों में एकाएक मौत के मामले बढ़ गए हैं। गंगा में सैकड़ों लाशें तैरती मिल रही हैं। हज़ारों लाशों को गंगा किनारे रेत में दफ़न करने की ख़बरें हैं। हर गाँवों में बड़ी संख्या में बुखार से पीड़ित होने की रिपोर्ट है। तो क्या कोरोना वायरस शहरों को तबाह करने के बाद अब गाँवों में कहर ढा रहा है? इसका सीधा या आसान जवाब संभव नहीं है। ऐसा इसलिए कि गाँवों में तो लोगों के पास कोरोना जाँच की सुविधा नहीं है या फिर लोग जाँच करा नहीं रहे हैं। लेकिन गाँवों में इस तरह न तो कभी बुखार वाली बीमारी आई थी और न ही नयी पीढ़ी ने इतनी संख्या में मौतें देखी थीं।
कोरोना के कहर से गांवों में परिवार के परिवार तबाह हो गए!
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- 18 May, 2021
गाँवों में एकाएक मौत के मामले बढ़ गए हैं। गंगा में सैकड़ों लाशें तैरती मिल रही हैं। हज़ारों लाशों को गंगा किनारे रेत में दफ़न करने की ख़बरें हैं। हर गाँवों में लोग बीमार हैं। तो क्या कोरोना ने शहरों को तबाह करने के बाद अब गाँवों में कहर ढा रहा है?

ये हालात उत्तर प्रदेश के गाँवों के हैं और ऐसे ही हालात बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड जैसे राज्यों में भी। गाँवों में बुखार जैसी बीमारी फैली है। अधिकतर लोगों को सामान्य इलाज से ही बीमारी ठीक हो जा रही है। कई लोगों को साँस लेने में दिक्कतें आ रही हैं। समय पर अस्पताल पहुँच जाने और अस्पताल बेड मिलने में कुछ ज़िंदगियाँ बच रही हैं और जाँच में अधिकतर लोगों में कोरोना की पुष्ट भी हो रही है। लेकिन कई ऐसे मरीज़ हैं जिनकी रास्ते में ही या घर पर ही मौत हो जा रही है और उनका कोरोना टेस्ट भी नहीं हो पा रहा है।