केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। यह 17वीं लोकसभा का 13वां सत्र होगा। वहीं राज्यसभा का 261वां सत्र होगा। यह विशेष सत्र पांच बैठकों या पांच दिनों के लिए बुलाया जा रहा है। इसकी जानकारी गुरुवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट कर दी है। उन्होंने कहा कि अमृत काल के बीच संसद में सार्थक चर्चा और बहस का इंतजार कर रहा हूं। तो सवाल है कि आख़िर लोकसभा चुनाव से ऐन पहले यह सत्र क्यों बुलाया जा रहा है? आख़िर ऐसा चौंकाने वाला फ़ैसला क्यों? क्या सरकार चुनाव से पहले कुछ बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है?
चुनाव से पहले मोदी सरकार ने क्यों बुलाया संसद का विशेष सत्र, जानें वजह
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- 31 Sep, 2023
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले आख़िर संसद का विशेष सत्र बुलाने की ज़रूरत क्यों आन पड़ी? क्या मोदी सरकार चुनाव से पहले कुछ बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है?

संसद का विशेष सत्र क्यों बुलाया जा रहा है इसको लेकर स्पष्ट जानकारियां सामने नहीं आई हैं लेकिन माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इस विशेष सत्र में कई विधेयकों को पास करवाना चाहती है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार संसद के विशेष सत्र में सरकार 'एक राष्ट्र, एक चुनाव', समान नागरिक संहिता और महिला आरक्षण पर बिल पेश कर सकता है। इस विशेष सत्र को बुलाने को लेकर विपक्ष ने सरकार की आलोचना की है। विपक्ष का कहना है कि बिना विपक्ष को विश्वास में लिए या विपक्ष के साथ बैठक किए हुए संसद का विशेष सत्र सरकार ने बुलाया है।