अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिकों के साथ झड़प ने गलवान संघर्ष की याद ताज़ा कर दी है। गलवान संघर्ष के बाद हाल तक दोनों सेनाओं के बीच डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया चली। और अब तवांग का संघर्ष सामने है। तब भी आर्थिक बहिष्कार की मांग उठी थी और अब भी उठ रही है। खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इसकी पैरवी कर रहे हैं पूछ रहे हैं कि हम चीन से अपना व्यापार बंद क्यों नहीं करते?
गलवान संघर्ष के बाद बहिष्कार किया था तो चीन से आयात कैसे बढ़ा?
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- 15 Dec, 2022
लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के बीच दो साल पहले गलवान संघर्ष के बाद जोर-शोर से चीनी सामानों के बहिष्कार नारा बुलंद किया जा रहा था। तो क्या चीन से आयात बंद हुआ? क्या चीन की अर्थव्यवस्था इससे तबाह हो गई?

उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि इससे चीन को सबक़ मिलेगा।