नोएडा के जिस सुपरटेक के दोनों टावरों के निर्माण में क़रीब 9 साल लगे वे सिर्फ़ 9 सेकंड में ध्वस्त हो जाएँगे। भीड़भाड़ वाली जगह पर होने के बावजूद आसपास कुछ नुक़सान भी नहीं होगा। चौंकिए नहीं। यह संभव है। यह सब होगा तकनीक से। आख़िर वह तकनीक क्या है और यह कैसे संभव होगा?