छत्तीसगढ़ के बीजापुर डिवीजन में कोरचोली गांव इस समय देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस गांव की मूल निवासी और इन दिनों रायपुर में रह रही 25 साल की आदिवासी एक्टिविस्ट सुनीता पट्टम का 3 जून को अपहरण कर लिया गया। अपहरण का आरोप बीजापुर पुलिस पर है। अपनी मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के लिए सुनीता पोट्टम रायपुर में रह रही हैं, जहां बीजापुर पुलिस घर का दरवाजा तोड़कर घर में घुसी और उन्हें उठा ले गई। उस समय उनके साथ दो अन्य महिला कार्यकर्ता भी थीं लेकिन उन्हें दूसरे कमरे में बंद कर दिया गया।
सुनीता पोट्टमः इस देश में आदिवासियों को आंदोलन का अधिकार नहीं
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- 29 Mar, 2025
आदिवासी अधिकारों को लेकर आंदोलनरत सुनीता पोट्टम को हाल ही में गिरफ्तार कर लिया गया। भारत सरकार आदिवासियों के कल्याण के लिए तमाम दावे करती रहती है। राजनीतिक दल आदिवासी वोट के लिए अभियान भी चलाते हैं लेकिन जब कोई आदिवासी कार्यकर्ता अपने समुदाय के अधिकारों के लिए खड़ा होता है तो देश की पुलिस उसके खिलाफ खड़ी हो जाती है। सुनीता पोट्टम के आंदोलन को जानिएः
