आदिवासी अधिकारों को लेकर आंदोलनरत सुनीता पोट्टम को हाल ही में गिरफ्तार कर लिया गया। भारत सरकार आदिवासियों के कल्याण के लिए तमाम दावे करती रहती है। राजनीतिक दल आदिवासी वोट के लिए अभियान भी चलाते हैं लेकिन जब कोई आदिवासी कार्यकर्ता अपने समुदाय के अधिकारों के लिए खड़ा होता है तो देश की पुलिस उसके खिलाफ खड़ी हो जाती है। सुनीता पोट्टम के आंदोलन को जानिएः