वक्फ संशोधन विधेयक के संसद से पारित होने के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। बीजेपी ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से उनके हालिया बयान पर माफी की मांग की है। इसने संसद में सोनिया के बयान का मुद्दा उठाया। बयान में सोनिया ने इस विधेयक को 'संविधान पर एक निर्लज्ज हमला' क़रार दिया था। यह विवाद तब शुरू हुआ जब सोनिया गांधी ने गुरुवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में कहा कि यह बिल लोकसभा में जबरन पारित कराया गया और यह बीजेपी की 'समाज के स्थायी ध्रुवीकरण की रणनीति' का हिस्सा है।
वक्फ विधेयक पर सोनिया के बयान से बीजेपी बौखलाई, माफी की मांग क्यों?
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- 4 Apr, 2025
वक्फ विधेयक पर सोनिया गांधी के बयान ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। बीजेपी ने उनके बयान को भड़काऊ बताया और माफी की मांग की। आखिर क्या कहा था सोनिया ने, और क्यों है बीजेपी नाराज़? जानें पूरी कहानी।

सोनिया गांधी ने अपनी टिप्पणी में वक्फ बिल को संविधान के मूल ढांचे पर हमला बताया और इसे बीजेपी की विभाजनकारी नीति का हिस्सा कहा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने इस विधेयक को लोकसभा में 12 घंटे की बहस के बाद देर रात 'बुलडोजर की तरह पारित कराया'। उन्होंने विधेयक को लोकसभा में जल्दबाजी और जबरदस्ती पारित करने के संदर्भ में यह इस्तेमाल किया। इसका मतलब है कि उनकी नज़र में यह विधेयक बिना पर्याप्त चर्चा या सहमति के थोपा गया। 'स्थायी ध्रुवीकरण' से उनका इशारा बीजेपी की उस कथित नीति की ओर है, जो हिंदू-मुस्लिम या अन्य समुदायों के बीच तनाव को बढ़ावा देती है ताकि उसका राजनीतिक लाभ उठाया जा सके।