श्रद्धा वालकर की अब 2020 की वाट्सऐप चैट सामने आई है जिससे पता चलता है कि उनके साथ काफी पहले से मारपीट होती रही थी। यह मारपीट हल्की-फुल्की भी नहीं थी। इसकी चोट इतनी गहरी थी कि वह कथित तौर पर बेड से भी उठ पाने में असमर्थ थी। वाट्सऐप चैट में लिखा था, 'बीपी लो है और मेरे शरीर में दर्द हो रहा है। मुझमें बिस्तर से उठने की ताक़त नहीं है।'
यह वाट्सऐप चैट श्रद्धा की दो साल पहले दोस्तों और सहकर्मियों के साथ हुई थी। इंस्टाग्राम की भी कुछ चैट सामने आई हैं। मीडिया रिपोर्टों में आई उन चैट से पता चलता है कि उन्हें एक बार उनके प्रेमी आफताब पूनावाला ने इतनी बुरी तरह पीटा था कि उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा था। मीडिया रिपोर्टों में जाँच करने वाले अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि ये चैट तब की हैं जब वे मुंबई के पास अपने गृहनगर वसई में एक साथ रहते थे।
आरोप है कि आफ़ताब ने श्रद्धा वालकर की हत्या की और क़रीब 35 टुकड़े कर उन्हें 18 दिन तक फेंकता रहा। आफ़ताब और श्रद्धा वालकर के बीच रिश्ते बेहद घनिष्ठ थे। घर छोड़कर लिव-इन में रह रहे थे। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आफताब ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि उसने श्रद्धा के शव को टुकड़ों में काट दिया। बदबू नहीं आए इसलिए फ्रीज़ में स्टोर करने की तरकीब निकाली।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार साल 2018-2019 में आफताब और श्रद्धा का रिश्ता शुरू हुआ था। लेकिन उनके परिवारों द्वारा विरोध करने के बाद वे दोनों वसई-पालघर से मुंबई शिफ्ट हो गए थे और साथ रहने लगे थे। बाद में वे दिल्ली में चले गए। इस साल महरौली के छतरपुर पहाड़ी इलाक़े में 15 मई को एक वन रूम फ्लैट किराए पर लिया। यहीं पर हत्या की घटना हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, श्रद्धा ने एक शख्स से चैट में कहा कि 'वह पक्का होना चाहती है कि वह (आफताब) आज बाहर चला जाए' और उन्होंने 24 नवंबर, 2020 की चैट में अपने माता-पिता से भी बात करने का ज़िक्र किया। जवाब में उस शख्स ने कहा, 'चिंता मत करो। हम सब तुम्हारे साथ हैं।' उसने यह भी कहा कि वह अपनी माँ और बहन से भी उनकी मदद करने के लिए कह सकता है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार प्रबंधक ने उनसे 'पति का नाम' पूछा। इससे पता चलता है कि उन्होंने अपने कार्यालय को बताया था कि वे शादीशुदा थे। रिपोर्ट के अनुसार, एक दोस्त के साथ एक इंस्टाग्राम चैट में जब श्रद्धा ने एक नया हेयर स्टाइल दिखाने के लिए एक तसवीर साझा की, तो दोस्त ने चोटों पर ध्यान दिया। श्रद्धा ने कहा कि उनकी नाक में फ्रैक्चर हो गया क्योंकि वह 'सीढ़ियाँ चढ़ते समय फिसल गई थी'।
रिकॉर्ड के अनुसार, इसके लगभग एक हफ्ते बाद वह 3 दिसंबर से 6 दिसंबर के बीच वसई के एक निजी अस्पताल में थी। वहाँ के डॉक्टर ने कहा कि उस समय श्रद्धा को 'सिर्फ अंदरूनी चोटें' थीं। अस्पताल की रिपोर्ट में 'गंभीर पीठ दर्द, मतली, गर्दन में दर्द, गर्दन को हिलाने में कठिनाई, और निचले अंगों में झुनझुनी और सुन्नापन' बताया गया है। वह उस अस्पताल में दुबारा नहीं गईं।
रिपोर्ट के अनुसार, उनके एक दोस्त राहुल राय ने कहा है कि वह उसके साथ पुलिस और अस्पताल गया था। राय ने दावा किया, 'उसने (आफताब) उस पर दो-तीन बार हमला किया था। उसकी गर्दन पर गहरा निशान था, जैसे कि उसने उसका गला घोंटने की कोशिश की हो। पुलिस ने श्रद्धा को घर जाने के लिए मना लिया था, हालाँकि वह डरी हुई थी।' उसके दोस्तों ने अब पुलिस को बताया है कि वह नियमित रूप से आफताब से घरेलू हिंसा का शिकार होती थी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कॉलेज के उसके एक अन्य दोस्त रजत शुक्ला ने कहा, 'वह कहती रही कि वह आफताब को छोड़ देगी। लेकिन उसने नहीं छोड़ा। उसका शारीरिक शोषण किया गया था।'
अपनी राय बतायें